परिसर

विश्वविद्यालय के मुम्बई स्थित दो परिसर है, एक यारी रोड पर एवं दूसरा सात बंगला के समीप । यारी रोड स्थित चार मंजिला परिसर, जिसमें वाहनों हेतु तहखाना भी है, विश्वविद्यालय का नवीन केन्द्र है । इस नये केन्द्र में वैज्ञानिक प्रभाग, निदेशक एवं संयुक्त निदेशक कक्ष, शैक्षणिक एवं लेखा विभाग, सभागार, सामुदायिक भवन, जलजीवशाला, परीक्षा एवं शैक्षणिक प्रकोष्ठ, अद्यतन पुस्तकालय, कार्मिक निवास और कन्या छात्रावास है । यारी रोड परिसर में वैट लैब, पोखर एवं हैचरीज को भी विकसित किया गया है । सात बंगला स्थित पुराने परिसर में तीन प्रभाग, प्रयोगशालाएं, कक्षाएं, कम्प्यूटर प्रकोष्ठ, समिति कक्ष, प्रेक्षागृह, कार्यशाला और संग्रहालय स्थित हैं । ये दोनों परिसर वरसोवा से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं । विश्वविद्यालय का मुख्यालय मुम्बई में ही है और इसके चार केन्द्र कोलकाता, (पश्चिम बंगाल), काकिनाडा (आंध्र प्रदेश), पवारखेडा (मध्य प्रदेश) और दिल्ली के समीप रोहतक (हरियाणा) में स्थित हैं । संस्थान की जलकृषि सुविधाएं चारों केन्द्र पर उपलब्ध हैं । 20 हैक्टेयर मीठापानी जलकृषि क्षेत्र पवारखेडा (मध्य प्रदेश), 9.0 हैक्टेयर मीठापानी जलकृषि क्षेत्र बालभद्रपुरम (आंध्र प्रदेश), 7.5 हैक्टेयर खारापानी जलकृषि क्षेत्र काकिनाडा (आंध्र प्रदेश), रोहतक में 4 हेक्टेयर मीठापानी जलकृषि क्षेत्र और 10 हैक्टेयर धरातलीय लवणीय जलकृषि क्षेत्र, जलकृषि में अनुसंधान और प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध हैं । समुद्री मात्स्यिकी में प्रशिक्षण और अनुसंधान हेतु संस्थान के पास दो जलपोत, एम. एफ. वी. नर्मदा एवं एम. एफ. वी. सरस्वती हैं।

आधारभूत संरचना

प्रयोगशाला

  • सजावटी मछली एवं बडे मीठापानी झींगा हेतु हैचरी / नर्सरी
  • मत्स्य मोलुस्कन जीवविज्ञान एवं टैक्सोनॉमी प्रयोगशाला
  • जीवप्रौद्योगिकी एवं आण्विक आनुवंशिकी प्रयोगशाला
  • जीवरसायन, पोषण एवं खाद्य संरचना प्रयोगशाला
  • रोग निदानिकी एवं कोशिका संवर्धन प्रयोगशाला
  • मत्स्य प्रसंस्करण एवं गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला
  • जैवसूचना विज्ञान प्रयोगशाला
  • एलगल वर्गिकी एवं संवर्धन प्रयोगशाला
  • इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी की उपलब्धता

पुस्तकालय

के. मा. शि. सं. स्थित ''मत्स्य एवं सम्बध्द विज्ञान का राष्ट्रीय पुस्तकालय'' एक विस्तृत क्षेत्र मे स्थित है और पठन-पाठन हेतु साहित्य की खोज को उत्कृष्टता के साथ पूर्ण करता है । इसमें पुस्तकों का समृध्द संग्रह, जर्नल्स और ऑनलाइन पुस्तकें भी उपलब्ध है । प्रकाशनों की जानकारी ऑनलाइन सार्वजनिक अधिगम तालिका (ओ.पी.ए.सी.) द्वारा उपलब्ध है । संस्थान के पुस्तकालय में लगभग 35,000 किताबों के साथ 135 ई.बुक्स हैं एवं पुस्तकालय लगभग सौ विदेशी एवं भारतीय जर्नल्स भी मंगाए जाते हैं । पुस्तकालय के डिजिटल विभाग में 28 कम्प्यूटर टर्मिनल्स हैं जो कि लैन (LAN) एवं इंटरनेट द्वारा जुडे हुए हैं । अभी वर्तमान में नैप (NAIP) परियोजना ई-ग्रंथ का लक्ष्य संस्थान के गृह प्रकाशनों के साथ-साथ भा. कृ. अनु. प. के एवं राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के पुस्तकलयों को आपस में जोडना है ।

अधिगम संसाधन

केन्द्रीय मात्स्यिकी संस्थान की कक्षाओं में आधुनिक दृश्य-श्रव्य साधनों एवं चौबीसों घण्टे इंटरनेट ब्रॉडबैण्ड की सुविधा अध्यापन को प्रभावी बनाती है । उसके साथ ही सुव्यवस्थित एवं आवश्यक संसाधनों से युक्त प्रयोगशाला भी अध्ययन-अध्यापन को प्रभावी वातावरण प्रदान करती है । सेमिनार, सभा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु संस्थान में आधुनिक प्रेक्षागृह, सभागृह एवं समिति कक्ष हैं । संस्थान में विविध प्रकार की सजावटी मछलियों के संग्रह का बहुत सारे लोग अवलोकन करने आते हैं, विशेषकर विद्यालय एवं महाविद्यालय के छात्र ।

ऑन-लाइन परीक्षा सुविधा

ए.आर.एस. / एन. ई. टी. परीक्षा आयोजित करने के लिए संस्थान ने ऑन-लाइन परीक्षा सुविधा भी स्थापित कर ली है ।

अन्य शैक्षणिक सुविधाएं

संस्थान की सभी कक्षाएं आधुनिक दृश्य-श्रव्य शैक्षणिक साधनों से युक्त है। आधुनिकतम प्रयोगशालाएं संस्थान में अध्ययन अध्यापन का प्रभावी वातावरण निर्मित करती हैं । संस्थान परिसर में विस्तृत लैन (LAN) की चौबीसों घण्टे उच्चतम गति की बॉडबैण्ड इंटरनेट सेवा की सुविधा है । संस्थान में सेमिनार, सभा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आधुनिक प्रेक्षागृह, सभागृह एवं समिति कक्ष है जो कि आधुनिकतम दृश्य श्रव्य साधनों से युक्त हैं । ''वाडियो कांफ्रेसिंग'' की सुविधा संस्थान एवं इसके केन्द्रों को भारत एवं विश्व में फैले हुए अन्य शैक्षणिक संस्थानों से जोडती है और निर्बाध गति से उन सभी के बीच वास्तविक संप्रेषण को संभव बनाती है ।

जलयान

मत्स्य, नौकायन, समुद्र विज्ञान और दूसरे अन्य विषयों के अध्ययन में ऑन बोर्ड अनुसंधान और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहयोग हेतु के. मा. शि. सं. में दो जलयान हैं । एम. एफ. वी. सरस्वती और एम. एफ. वी. नर्मदा ।

संग्रहालय

संस्थान में विविध प्रकार की आकर्षक मछलियों और शंखमीनों का संग्रह हैं । इनमें से अधिकतम का संग्रह संस्थान द्वारा छात्रों हेतु आयोजित क्रूज कार्यक्रमों के दौरान किया गया ।

आवास

संस्थान के कार्मिकों और छात्रों हेतु आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं । संस्थान में बालक एवं बालिका छात्रावास, संस्थान के आवासीय परिसर और अतिथियों हेतु सुसज्जित अंतर्राष्ट्रीय अतिथि निवास है । संस्थान परिसर में ब्रॉडबैण्ड कनेक्शन सहित इंटरनेट सुविधा सदैव उपलब्ध रहती है ।

खेल एवं मनोरंजन की सुविधाएं

के. मा. शि. सं. में उत्कृष्ट स्तर की खेल और मनोरंजन की सुविधाएं उपलब्ध हैं । जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर का आधुनिक बैडमिण्टन कोर्ट, व्यायामशाला, टेनिस, वॉलीबॉल और बास्केटबॉल कोर्ट संस्थान में उपलब्ध हैं । इसके साथ ही टेबल टेनिस, चैस, कैरम इत्यादि भी खेले जाने की सुविधा हैं । संस्थान के कार्मिक और छात्र भा.कृ.अनु.प. स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लेते हैं और कई पदक जीतते हैं ।

जलजीवशाला

संस्थान की नवनिर्मित जलजीवशाला में विविध प्रकार की आकर्षक मछलियां, शंखमीनों तथा अन्य जलीय जीवों का संग्रह हैं ।

अतिथि निवास, छात्रावास एवं आवास गृह

संस्थान में आधुनिक सुविधाओं से युक्त दो बालक छात्रावास, कन्या छात्रावास, कार्मिक आवास एवं अतिथि गृह हैं जो कि इंटरनेट सुविधा से भी युक्त है ।

के. मा़ शि. सं. में जलकृषि सुविधा

योजनाबध्द तरीके से स्थापित संस्थान के चार केन्द्र हैं । कोलकाता (पश्चिम बंगाल), काकिनाडा (आंध्र प्रदेश), पवारखेडा (मध्य प्रदेश) एवं रोहतक (हरियाणा) । जलकृषि के विभिन्न क्षेत्रों में प्रायोगिक उद्यमिता शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु ये सभी केन्द्र सर्वसुविधायुक्त हैं । इसके साथ ही और अधिक उन्नत कार्यक्रमों एवं सम्बधित गतिविधियों का क्रियान्वयन इन केन्द्रों के माध्यम से किया जाता है ।