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हिमाचल प्रदेश के वन एवं मात्स्यिकी मंत्री श्री ठाकुर सिंह भरमौरी
हिमाचल प्रदेश के वन एवं मात्स्यिकी मंत्री श्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने निदेशक व मात्स्यिकी अभिरक्षक, हिमाचल प्रदेश श्री गुरऎचरण के साथ भा.कृ. अनु प - के. मा. शि. सं. का 5 जनवरी 2017 को दौरा किया ।
इस दौरे का मुख्य उद्देश्य संस्थान की सुविधाओं को देखना, वैज्ञानिकों से विचार-विमर्श कर हिमाचल प्रदेश के लिए संभावित तकनीकी एवं विस्तार सहयोग को प्राप्त करना था । इस दौरान भा.कृ.अनु प - के. मा. शि. सं. के निदेशक डा. गोपाल कृष्णा ने माननीय मंत्री महोदय का स्वागत किया और संस्थान में उपलब्ध विशिष्टतापूर्ण क्षेत्रों से परिचय कराया ।
माननीय मंत्री महोदय ने अपने उद्बोधन में जैव मत्स्य कृषि पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता बताई । अजैव उर्वरकों के उपयोग से शरीर पर पडने दुष्प्रभावों, घातक रोगों की उत्पत्ति और पर्यावरण प्रदूषण पर भी चिंता प्रकट की । मात्स्यिकी निदेशक, हिमाचल प्रदेश ने के. मा. शि. सं. के विशेषज्ञों से ट्राउट और कार्प्स के लिए कम लागत वाले आहार तथा अधिकारियों और मत्स्य कृषकों हेतु कौशल विकास प्रशिक्षण में सहयोग देने की अपेक्षा व्यक्त की । के. मा. शि. सं. के निदेशक ने इस संदर्भ में पूर्ण सहयोग हेतु आश्वस्त किया जिसके लिए निदेशक, हिमाचल प्रदेश के परामर्श के साथ शीघ्र ही कार्ययोजना बनाई जाएगी । बैठक में सभी विभागाध्यक्ष व वरिष्ठ प्राध्यापकगण भी उपस्थित थे और उन्होंने भी अपने महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए । माननीय मंत्री महोदय ने के. मा. शि. सं. के निदेशक एवं वैज्ञानिकों को इस अत्यंत उपयोगी विचार-विमर्श हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया ।