भूतपूर्व छात्र<

CIFE Alumni are the greatest asset
and high impact creators.

के. मा. शि. सं. के भूतपूर्व छात्र इसकी सर्वश्रेष्ठ संपदा और सर्वाधिक प्रभावशाली सृजनकर्ता हैं । मात्स्यिकी के उपक्षेत्रों एवं जलकृषि में सक्षम और व्यावसायिक मानव संसाधन की पीढ़ी तैयार करना के. मा. शि. सं. का सदैव सबसे प्रमुख कार्य रहा है, और इन छात्रों ने मत्स्य क्षेत्र का व्यावसायिकरण किया है । भूतपूर्व छात्र हमारे देश के साथ ही अन्य देशों में जाकर जलकृषि `अभियान' को बांग्लादेश, पूर्वी अफ्रीकी तट और मध्य पूर्व तक ला चुके हैं । जबकि उनमें से कुछ भूतपूर्व छात्र भारत, अमेरिका और कनाडा जैसे विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों के प्रतिभाशाली शोध दल का भाग हैं ।

ये छात्र प्रमुखतया मात्स्यिकी और सम्बद्ध विषयों से संबंधित इस देश के कई शोध संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों के आर. एण्ड डी. कार्यक्रम हेतु प्रशिक्षित मानव संसाधनों की जरूरतों को पूरा करते है । कुछ प्रमुख भूतपूर्व छात्र राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों में उच्चतम पदों पर आसीन हैं । जबकि कुछ छात्र स्वयं एक सफल उद्यमी बनकर धनार्जन करने के साथ साथ रोजगार भी सृजित कर रहे हैं । इन छात्रों ने उत्पादन में गुणात्मक वृद्धि एवं जलकृषि व्यवसाय के विस्तार में बहुत सहयोग किया है ।

अब के. मा. शि. सं. के छात्र निजी क्षेत्रों में भी निरंतर नौकरी पा रहे हैं; विशेषकर जलीय खाद्य, स्फुटन शाला, सलाहकारी संस्था और प्रसंस्करण उद्योग में ।